हमारे प्राचीन धर्म शास्त्र के अनुसार कुंड़ली मिलान, विवाह, बच्चों का नामकरण, मुंड़न , गृह प्रवेश आदि शुभ कार्य विशेष शुभ मुहूर्त में ही किया जाता है। शुभ मुहूर्त – Mundan Muhurat 2025 में किया गया कार्य जातक को सफलता प्राप्त करवाता है और जातक को आने वाले जीवन में किसी भी तरह की परेशानी से बचाता है।
किसी भी बच्चे का मुंडन संस्कार ज्यादातर पवित्र जगहो पर जैसे किसी मंदिर, तीर्थ स्थल या किसी पवित्र नदी के किनारे किया जाता है। आम तोर पर बच्चों का मुण्डन 1, 3, 5 ,7 आदि वर्षों में किया जा सकता है। हालांकि, हिंदू धर्म के अनुसार बच्चों का मुंडन 1 वर्ष की आयु में किया जाना चाहिए। वर्ष 2025 में बच्चे के मुंडन के लिए शुभ मुंडन मुहूर्त 2025 – Shubh Mundan Muhurat 2025 देखे।
Mundan Muhurat 2025 के मतानुसार, मुंडन संस्कार करवाने के पीछे भी कई धार्मिक मान्यताएं हैं। मुंडन संस्कार के पीछे धार्मिक ही नहीं वैज्ञानिक आधार भी माना जाता है। हिंदू धर्म में शास्त्रीय मान्यताओं के अनुसार बच्चे का आरोग्य और तेज को बढ़ाने के लिए मुंडन संस्कार एक बहुत ही महत्वपूर्ण संस्कार है वही पूर्व जन्मों के ऋणों से मुक्त होने के लिए भी मुंडन संस्कार कराया जाता है।
वहीं दूसरी तरफ विज्ञान के मतानुसार कि जब बच्चा जन्म लेता है तब उसके बालों में बहुत से किटाणु और बैक्टीरिया और गंदगी होती है, जिसे दुर करने के लिए जन्मकालीन बालों को हटाया जाता है। यही कारण है कि बच्चे के जन्म के 1 साल के भीतर मुंडन अवश्य कराना चाहिए। ताकि उसको परेशानी ना हो।
Significance of Mundan in Hinduism – हिंदू धर्म में मुंडन का महत्व
हमारे धर्म शास्त्र में मनुष्य के जीवन में कुल 16 संस्कार बताए गए हैं। यह संस्कार व्यक्ति के जन्म से लेकर मृत्यु तक होते हैं। मुंडन संस्कार हमारे सोलह संस्कारों में से आठवां संस्कार है जिसे लोगो को शुद्ध विधि विधान से करना चाहिए। माता-पिता अपने बच्चे के लिए शुभ मुंडन मुहूर्त 2025 – Mundan Muhurat 2025 देखे।
आपको यहाँ बताना ज़रूरी है कि जब किसी कार्य को शुभ मुहूर्त में करते है, तो वह कार्य सफल रहता है और उसका लाभ जातक को होता हैं। यही कारण है कि हमारे धर्म में किसी भी कार्य को करने से पहले शुभ मुहूर्त देखा जाता है
बच्चे का मुंडन पूरे विधि विधान से, सभी रीति-रिवाज का पालन करते हुवे करना चाहिए। व्यापक रूप से मान्यता है की शुभ मुंडन संस्कार 2025 – Mundan Muhurat 2025 करने से बच्चे की शारीरिक, मानसिक और शैक्षणिक क्षमता एवं प्रगति में भी काफी सुधार होता है। यही कारण है कि लोग इस संस्कार को शुभ मुहूर्त में ही करते हैं।
Mundan Muhurat 2025 Tithi, Nakshatra and Month Consideration – मुंडन मुहूर्त 2025 तिथि, नक्षत्र और माह पर विचार
हिंदू धर्म में बच्चे के जन्म के बाद पहली बार उसका मुंडन (सिर मुंडवाना या मुंडन) कराने की परंपरा है। इस परंपरा को मुंडन संस्कार के नाम से जाना जाता है। यह आमतौर पर लड़के के लिए विषम वर्षों में किया जाता है जैसे कि 3 साल, 5 साल या 7 साल में। चौला कर्म या कन्या का मुंडन सम वर्षों में किया जाता है। हालाँकि, अपने वंश की परंपराओं के अनुसार, एक वर्ष की आयु में बच्चे का मुंडन संस्कार भी किया जाता है।
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हिंदू धर्म में मुंडन से जुड़ी कुछ मान्यताएं हैं। उनके अनुसार, बच्चे के जन्म के समय उसके पिछले जन्म के कर्मों से मुक्ति पाने के लिए उसके बाल काटे जाते हैं। चिकित्सकीय दृष्टिकोण से, जब बच्चा अपनी माँ के गर्भ में होता है, तो कई हानिकारक बैक्टीरिया बच्चे के बालों में चिपक जाते हैं। कई बार बाल धोने के बाद भी ये बैक्टीरिया दूर नहीं होते। इसलिए बच्चे का मुंडन या मुंडन उसकी उम्र के 1 साल से पहले एक बार जरूर कराना चाहिए।
दिनांक | प्रारंभ समय | समाप्ति समय |
गुरुवार, 30 जनवरी | 16:13:08 | 31:10:41 |
शुक्रवार, 31 जनवरी | 07:10:10 | 28:15:09 |
शुक्रवार, 07 फ़रवरी | 18:41:02 | 31:06:01 |
सोमवार, 10 फरवरी | 07:03:55 | 19:00:14 |
सोमवार, 17 फरवरी | 06:58:20 | 28:56:47 |
बुधवार, 26 फरवरी | 06:49:56 | 11:11:31 |
सोमवार, 03 मार्च | 18:04:34 | 28:30:29 |
सोमवार, 17 मार्च | 06:29:18 | 19:36:19 |
शुक्रवार, 21 मार्च | 06:24:41 | 25:46:15 |
गुरूवार, 27 मार्च | 06:17:42 | 23:06:16 |
सोमवार, 31 मार्च | 06:13:05 | 13:45:48 |
सोमवार, 14 अप्रैल | 08:27:45 | 24:13:56 |
गुरूवार, 17 अप्रैल | 15:26:27 | 29:54:14 |
बुधवार, 23 अप्रैल | 05:48:11 | 29:48:11 |
गुरुवार, 24 अप्रैल | 05:47:12 | 10:50:29 |
बुधवार, 14 मई | 11:47:24 | 29:31:14 |
गुरुवार, 15 मई | 05:30:37 | 14:08:04 |
सोमवार, 19 मई | 06:14:48 | 29:28:25 |
बुधवार, 28 मई | 05:24:42 | 24:30:22 |
शुक्रवार, 06 जून | 06:34:16 | 28:50:34 |
बुधवार, 11 जून | 05:22:34 | 13:15:52 |
सोमवार, 16 जून | 05:22:50 | 15:34:43 |
गुरूवार, 26 जून | 13:27:29 | 29:24:52 |
शुक्रवार, 27 जून | 05:25:09 | 29:25:09 |
शुक्रवार, 04 जुलाई | 16:33:43 | 29:27:40 |
Auspicious Months for Mundan Muhurat 2025 – मुंडन संस्कार 2025 के लिए शुभ महीने
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, बच्चे का मुंडन समारोह उत्तरायण महीनों के दौरान किया जाना चाहिए, जैसे:
● चैत्र एवं वैशाख ।
● ज्येष्ठ: यदि बच्चा ज्येष्ठ (पहला) है या ज्येष्ठ माह में पैदा हुआ है, तो मुंडन संस्कार से बचना चाहिए।
● आषाढ़: इस माह में देवशयनी एकादशी से पहले मुंडन करा लेना चाहिए।
● माघ और फाल्गुन।
Auspicious Dates (Tithis) for Mundan Muhurat 2025 – मुंडन संस्कार 2025 के लिए शुभ तिथियां
चूड़ाकरण संस्कार के लिए द्वितीया, तृतीया, पंचमी, सप्तमी, दशमी, एकादशी और त्रयोदशी तिथियां शुभ मानी जाती हैं।
Auspicious Days for Mundan Muhurat 2025 – मुंडन संस्कार के लिए शुभ दिन
चूड़ाकरण या मुंडन संस्कार के लिए सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार शुभ हैं। इन दिनों में शुक्रवार का दिन कन्या के मुंडन संस्कार के लिए अशुभ माना जाता है।
Auspicious Nakshatras for Mundan Sanskara – मुंडन संस्कार के लिए शुभ नक्षत्र
इस समारोह के लिए मृगशिरा, अश्विनी, पुष्य, हस्त, पुनर्वसु, चित्रा, स्वाति, श्रवण, धनिष्ठा, शतभिषा और ज्येष्ठा नक्षत्र शुभ हैं।
Mundan Muhurat 2025 – Other Important Facts – अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
कुछ विद्वानों का मानना था कि किसी बच्चे का मुंडन संस्कार उसके जन्म माह या जन्म नक्षत्र के दौरान नहीं किया जाना चाहिए। इसके अलावा यदि किसी बच्चे की कुंडली में चंद्रमा चौथे, आठवें, बारहवें या शत्रु भाव में स्थित हो तो भी यह समय मुंडन संस्कार के लिए अशुभ होता है।
हालाँकि, ऐसे अन्य विद्वान भी हैं जो मानते हैं कि जन्म नक्षत्र या जन्म माह इस कार्य को निष्पादित करने के लिए एक अनुकूल समय है।
मुंडन संस्कार के लिए द्वितीया, तृतीया, चतुर्थी, षष्टम, सप्तम, नवम और द्वादश राशि लग्न या उनके नवमांश लग्न शुभ होते हैं।
Mundan Muhurat 2025 – Mundan Ceremony Benefits – मुंडन संस्कार के लाभ
चूड़ाकरण संस्कार के बाद बच्चे के शरीर का तापमान सामान्य हो जाता है। इससे मानसिक विकास और स्वास्थ्य बेहतर होता है। इसके अलावा, बच्चे को शारीरिक या स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं नहीं होती हैं।
बच्चे के दांत निकलने पर होने वाला दांत का दर्द मुंडन के बाद उन पर ज्यादा असर नहीं करता है।
जब बच्चे के जन्म के समय बाल मुंडवाए जाते हैं तो उनके सिर को सूर्य की रोशनी से विटामिन-डी मिलता है। विटामिन-डी बच्चे की खोपड़ी में रक्त संचार को समान रूप से बढ़ाता है, जिससे भविष्य में बालों के बेहतर विकास में मदद मिलती है।
मुंडन के संदर्भ में यजुर्वेद में उल्लेख है कि मुंडन संस्कार या संस्कार स्वास्थ्य, आयु, शक्ति और चपलता बढ़ाने के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण संस्कार है।
शुभ मुहूर्त में मुंडन संस्कार – Mundan Muhurat 2025 प्रारंभ करना बच्चे के कल्याण के लिए अत्यधिक लाभकारी होता है। इसलिए, यह सलाह दी जाती है कि आपको इस समारोह को करने के लिए शुभ मुहूर्त 2025 – Mundan Muhurat 2025 के लिए किसी अनुभवी ज्योतिषी से परामर्श लेना चाहिए या आप इसे अपनी पारिवारिक परंपराओं के अनुसार कर सकते हैं।
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